Layud Speaker Kam Kro / लाउड स्पीकर कम करो - Paryavaran Ke Dohe @ Kavi Amrit 'Wani' (PD97)


टेंशन आय दिमाक में, घटता है अनुराग।
लाउड स्पीकर कम करो, सुनना मीठी राग।।

शब्दार्थ :- टेंशन = मानसिक तनाव, बेराग = वैराग्य/सांसार से विरक्ति, मीठी राग = धीमी गति से कोई गीत सुनना

भावार्थ:- ’वाणी’ कविराज कहते है कि लम्बे समय तक तेज ध्वनि सुनने से न केवल कान खराब होते बल्कि स्वभाव में चिड़चिड़ापन आना, अनिद्रा, स्मृतिदोश उत्पन्न होना दैनिक कार्यो के प्रति अरूचि और कच्चा बैराग्य उत्पन्न होना आदि, कई प्रकार के दोश प्रकट होते हैं। इस प्रकार की परिस्थितियों से बचने के लिए प्रारंभ से ही सावधानी रखनी चाहिए। लाउड स्पीकरों की ध्वनि कम रखें । वे गीत-गजल आपको कितने ही प्रिय हों लेकिन धीमी आवाज में सुनना सभी के लिए हितकर है।