उद्योग धन्धे जब लगें, पूरा ध्यान लगाय।
बिजली-धूंआ खेत को, हानि नहीं पहुंचाय।।
शब्दार्थ :- पहले ध्यान लगाय = पूर्व अनुमान लगा लेना
भावार्थ:- जहां कहीं भी उद्योग स्वीकृृत होते हैं । उस समय यह भी ध्यान रखने योग्य बात है कि इस उद्योग के लिए कितनी बिजली का उपयोग होगा, इसके धुंए से जो वायु प्रदुषण होगा उसका प्रभाव कितने क्षैत्र पर पडे़गा। एक कच्चा अनुमान यह पहले लगा लेना चाहिए। उसकी पूर्ति हेतु उसी औद्योगिक इकाई को वृक्षारोपण का कार्य या पर्यावरण संबंधी को कोई छोटा-बड़ा प्रोजेक्ट दे देना चाहिए, जिससे उस क्षैत्र विषेष को उस इण्डस्ट्रीज कारण पर्यावरण की दृष्टि से हानि नहीं पहुंचे।