बंजर भूमि जहां दिखे, वहां उगाओ घास।
नाप-तोल कर खाद देा, चरे पशु आस-पास।।
शब्दार्थ :- बंजर भूमि = वह भूमि जिस पर कुछ भी पैदा न होता हो, ।
भावार्थ:- यदि आस-पास कहीं ऐसी जगह है जिस पर कई वर्षो से कुछ भी पैदा नहीं होता है। योजनाबद्ध तरीके से वहां पर घास लगा देवें। समय-समय पर आवश्यकतानुसार खाद डालते रहें। जब घास बढ़ जाए तब वहां पशुओं को चराने के लिए ले जाए । इससे दो लाभ मिलेंगें। एक तो भूमि बांझपन समाप्त होगा दूसरा पषु वहां चरेंगें तो खेत सुरक्षित रहेंगे । दुधारू खूब दूध देंगें और खेतों से खूब पैदावार होगी।