विश्व इमोजी दिवस .........


संकेत कहे बात को, कैसा दिल का हाल  ।

आठ प्रहर अठखेलियाँ, उठते रहे बवाल  ।।

 उठते रहे बवाल, कैसे जानेंगे यार 

समय  नहीं है पास, भेज इमोजी दो चार  ।।

कह 'वाणी' कविराज, पल-पल सब रहो सचेत 

अनुभव साझा होय, शीघ्र इमोजी संकेत  ।।

आधा प्रतिशत नीर

आधा प्रतिशत नीर ही,  बुझा रहा जग  प्यास  ।

तीन टका पानी यहाँ,  पूर्ण करे सब आस  ।।

पूर्ण करे सब आस, बात-बात बातें अड़ी  ।

तर्क करे विद्वान, खूब उछालते पगड़ी  ।।

कह 'वाणी' कविराज, हल होयगी  यूँ  बाधा  ।

ढ़ाई प्रतिशत ध्रुव, फिर प्यास बुझाय आधा  ।।

 

(कुमाऊं क्षेत्र का प्रसिद्ध त्यौहार) हरेला


 हरेला है कुमाऊँ में, श्रावण का त्यौहार ।

नई फसल संकेत दे, माने हर परिवार ।।

माने हर परिवार, रख भांत-भांत के बीज ।

पिलाय मन से नीर, बीज न होए खारिज ।

कह 'वाणी' कविराज, लगे खुशियों का मेला ।

शिव-गौरी आशीष, भू हरी करे हरेला ।।

राष्ट्रीय प्लास्टिक सर्जरी दिवस

चेहरा देख-देख के, मत होना हैरान ।

करनी कितने जन्म की, सब जाने भगवान ।।

सब जाने भगवान,  दिया सब सोच समझ कर ।

सूरत सुंदर होय, गुण क्या रहते  वहीं पर ।।

कह 'वाणी' कविराज, चुको न मौका सुनहरा ।

 प्लास्टिक सर्जरी होय, चमक उठेगा चेहरा ।।

 

चंद्रयान 3 .........

 

विक्रम अपने देश का, चंद्रयान था तीन ।

ऐसी भरी उड़ान जो, अमर हुआ वह सीन ।।

अमर हुआ वह सीन, चांद पर ढूंढ़ा पानी ।

प्रज्ञान का संज्ञान, लेते रहे विज्ञानी ।।

कह 'वाणी' कविराज, बाग-बाग हुए हमदम ।

थे एस सोमनाथ, साराभाई व विक्रम ।।