संकेत कहे बात को, कैसा दिल का हाल ।आठ प्रहर अठखेलियाँ, उठते रहे बवाल ।। उठते रहे बवाल, कैसे जानेंगे यार ।समय नहीं है पास, भेज इमोजी दो चार ।।कह 'वाणी' कविराज, पल-पल सब रहो सचेत ।अनुभव साझा होय, शीघ्र इमोजी संकेत ।।
संकेत कहे बात को, कैसा दिल का हाल ।
आठ प्रहर अठखेलियाँ, उठते रहे बवाल ।।
उठते रहे बवाल, कैसे जानेंगे यार ।
समय नहीं है पास, भेज इमोजी दो चार ।।
कह 'वाणी' कविराज, पल-पल सब रहो सचेत ।
अनुभव साझा होय, शीघ्र इमोजी संकेत ।।