अंतर्राष्ट्रीय न्यायिक स्वयं कल्याण दिवस


 पद जो न्यायाधीश का , है इसलिए महान  ।

एक-एक की बात को , सुने लगा कर  ध्यान  ।।

सुने लगा कर ध्यान , वे खुद को वहां रखकर  ।

सोच गहन गंभीर , करे हर राज उजागर  ।।

कह 'वाणी' कविराज , तय करे अपराधी कद  ।

कितना मन बेचैन , कहे सज़ा-ए-मौत पद  ।।