कथा-सम्राट.........


 

धनपतराय श्रीवास्तव,  हुए कथा-सम्राट 

गोदान, गबन,निर्मला,   कफ़न,पूस की रात  ।।

कफ़न,पूस  की रात,  परीक्षा,बूढ़ी काकी ।

अन्तर्द्वंद्व नर-नार,  रखा ना कुछ भी बाकी ।।

'वाणी' प्रेम चंद,  पहचान ऐसी बनाय 

हिंदी देश-विदेश,  पहुंचाई धनपतराय  ।।