नाग पंचमी
नाग पंचमी आज है, नमन सभी अहिराज ।
काल-सर्प का दोष हो, पूरी पूजा आज ।।
पूरी पूजा आज, मिलता सबको आशीष ।
दूध पिलाते रहो, दूर झुकाकर शीश ।।
कह 'वाणी' कविराज, मुसीबतें जाएं भाग ।
होते अटके काम, लेय दूध काले नाग ।।