श्रीकांत जचकर......

 

बसे पढ़े लिखे अधिक, हैं जचकर श्रीकांत 

हुई ना कभी आपकी , जिज्ञासाएं शांत  ।।

जिज्ञासाएं शांत , डाॅक्टर,वकील, प्रवक्ता 

थे आई. ए. एस. , विश्व विख्यात सशक्ता  ।।

कह 'वाणी' कविराज,  लिंबा बुक नाम तबसे 

लेय डिग्रियां बीस , विश्व में ज्ञानी सबसे  ।।