नाम देव महाराज
गोणाई दामा घरे, जनमिया नामदेव ।
विट्ठल-विट्ठल हूणियो , मुंह मोड़्यो महादेव ।।
मुंह मोड़्यो महादेव, अन मूरत पीगी दूध ।
बरसा रिया पंजाब , धर्मी पूज्या अवधूत ।।
कह 'वाणी' कविराज, हरि नाम मेमा गाई ।
छींपा-दर्जी जात, भजे दामा गोणाई ।।
कवि अमृत 'वाणी'