महागौरी (अष्टम दिवस) गंगा तट काली गई, स्नान गौरी.......


गंगा तट काली गई, स्नान गौरी बनाय ।

धूम्रलोचन मार दियो, महागौरी कहाय ।।

महागौरी कहाय, वाहन हैं बैल प्यारे ।

सीता पूजन जाय, पावही राम दुलारे ।।

कह 'वाणी' कविराज, जो इस भक्ति में रंगा ।

पाय सुखद संतान, जब पाप मिटाय गंगा ।।