राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस
सारे डाक्टर काम के, करे कोटि उपचार ।
अच्छे होय के घर पे, कुछ जाते उस पार ।।
कुछ जाते उस पार, देकर के यूं आशीष ।
ईश्वर का वह रूप, अकड़ चंद झुकाय शीश ।।
कह 'वाणी' कविराज, कोठियां, बंगले,कारें ।
और बने कुछ नेक, दुआ दें रोगी सारे ।।
कवि अमृत 'वाणी'