स्कंदमाता (पंचम दिवस )सेनापति सब देव के, कार्तिकेय कहलाय ।ताड़कासुर के वध से, देव जगत हरषाय ।।देव जगत हरषाय, स्कंद माता शुभाशीष ।केले, केशर , खीर, पुत्र बन जनमे हरीश ।।कह 'वाणी ' कविराज, सच्चे भक्तों की प्रगति ।नित्य कमल के फूल, शीघ्र बनाय सेनापति ।।