विश्व योग दिवस (राजस्थानी कुंडली) 21 June







 कौड़ी- कौड़ी जोड़ के, कौड़ी करी करोड़ ।

फदक-फदक फूल्यो फरे, मांग्यो मरे मरोड़ ।।

मांग्यो मरे मरोड़, मूंछा नींबू ठेराय ।

चाल चाल में चाल, चाल चली थाणा माय ।।

कह 'वाणी' कविराज, पूंजी वेयगी रोड़ी ।

योग कला थूं सीख, तर जाय कौड़ी-कौड़ी ।।

कवि अमृत 'वाणी'