27 June गुप्त नव रात्रि (प्रथम दिवस)

गुप्त नव रात्रि (प्रथम दिवस) 

माला, श्वेताम्बर धरे, रहे कमंडल पास ।

जागृत कुंडलिनी करे, प्रिय भक्तों की खास ।।

प्रिय भक्तों की खास, तप संयम लक्ष्य दिलाय  ।

शक्कर मिश्री दान, देवी मनोबल बढ़ाय  ।।

कह 'वाणी' कविराज, दस दिशा ज्ञान उजाला  ।

ब्रह्मचारिणी कहायजपते रहो जी  माला  ।।