दिवस जान कर जन्म का, लगा सभी को खास ।
कृपा करी करतार जो, आप वतन के खास ।।
आप वतन के खास, नारी वर्ग के गौरव ।
सर्वोच्च पदासीन, हो कर्म योगी नीरव ।।
कह 'वाणी' कविराज, फैले विश्व गुरु का यश ।
बधाइयां स्वीकार, मंगलकारी हो दिवस ।।
कवि अमृत 'वाणी'