महारथी ऐसे बनें, खेल खिलाड़ी चेस ।खेलो प्यारे खेल को, पिटे न प्यादा रेस ।।पिटे न प्यादा रेस, जेल में राजा जाए ।। हाथी,घोड़ा, ऊंट, वज़ीरी भी भरमाए ।कह 'वाणी' कविराज, चल के चाल चतुर तने ।पल में राजा मार, महारथी ऐसे बने ।।
महारथी ऐसे बनें, खेल खिलाड़ी चेस ।
खेलो प्यारे खेल को, पिटे न प्यादा रेस ।।
पिटे न प्यादा रेस, जेल में राजा जाए ।।
हाथी,घोड़ा, ऊंट, वज़ीरी भी भरमाए ।
कह 'वाणी' कविराज, चल के चाल चतुर तने ।
पल में राजा मार, महारथी ऐसे बने ।।