एक सौ चालीस लीटर, जल-पंखा चल जाय।
बिजली एक किलो वाट, दौड़ी-दौड़ी आय।।
शब्दार्थ :- जलपंखा = पानी की धारा से चलने वाला पंखा, किलोवाट = विद्युत का मापक
भावार्थ:- जल द्वारा विद्युत उत्पादन प्रक्रिया में 140 लीटर जल से पंखा कितनी गति करता है और उस गति से जो बिजली उत्पन्न होती है, उसकी मात्रा एक किलोवाट होती है। पानी की कमी हो गई तो जल द्वारा बिजली महंगी मिलेगी । जनहित को ध्यान में रखते हुए पानी के अपव्यय को रोकना चाहिए। बच्चों को हस प्रकार संस्काति करने चाहिए कि वे भी पानी के महत्व समझे और पानी के उपभोग में मितव्ययता बरतें ।