Bijli Ke Sab Kaam /बिजली के सब काम - Paryavaran Ke Dohe @ Kavi Amrit 'Wani' (PD84)



देखो खटके ध्यान से, बिजली के सब काम ।
पंखे व्यर्थ चले नहीं, व्यर्थ लगेंगे दाम।।

शब्दार्थ :- स्विच = बिजली के स्वीच, व्यर्थ = बिना उपयोग के

भावार्थ:- कमरा, किचन, गेस्टरूम इत्यादि किसी भी कमरे को जब हम छोड़ कर या बन्द करके जा रहे होते तब इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कहीं कोई स्वीच आन (चालू) तो नहीं हैं यदि भूल से ऐसा हो गया तो बिजली के उपकरण आपके लौटने तक चलते रहेंगे । बल्ब ट्यूबलाईट, पंखा, टी.वी. जो चलते हुए रह जाएंगे उस व्यर्थ जली हुई बिजली आपको निष्चित समयावधि के भीतर दाम चुकाने पड़ेंगे । इसलिए हमें सार्वजनिक स्थानों पर तो विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योकि उसमें एम सभी का पैसा लगता है।