गोगा नवमी


 

गोगा नवमी

बाछल-जेवर लालजी , गरुवर गोरखनाथ ।

पांच पीर माने-गणे , गोगा दीजो साथ ।।

गोगा दीजो साथ , जेरीला जीव धोगे ।

अण देख्यो कर जाय , वो खुद री खतां भोगे ।।

'वाणी'राखी बांध , खिलाय भई ने गेवर ।

लारे रीजो नाथ , लालजी बाछल-जेवर  ।।

गोगा नवमी