उपनिवेश
जनपद उपनिवेश बना , लिए जग में अनेक ।
गए कई फिर हाथ से , आज़ाद एक-एक ।।
आज़ाद एक-एक , उत्तर-दक्षिण कोरिया ।
तब कांगो , बहरीन , शब्द- बाण फिर गोलियां ।।
'वाणी 'यूं आज़ाद , अब कितने ऐसे देश ।
रहे अब तक गुलाम , कहे जनपद उपनिवेश ।।