रवींद्र नाथ टैगोर
कविवर श्री टैगोर को , मिला प्रथम नोबेल ।
राष्ट्र-गान दो-दो रचे, हैं बारह नाॅवेल ।।
हैं बारह नॉवेल , गुनगुनाते गीतांजलि ।
मात शारदा लाल , कोटि-कोटि श्रद्धांजलि ।।
'वाणी' भारत रत्न , पुलकित सारे मित्रवर ।
कविता,नाटक, गीत , पेंटिंग रवींद्र कविवर ।।