राष्ट्रीय बहन दिवस
बहनें ऐसा सोचना , सारे भाई खास ।
इक धन से पिछड़ा अगर, एक करोड़ों पास ।।
एक करोड़ों पास , न देना और न लेना ।
सब सिक्कों के खेल , झंझटों की है सेना ।।
कह 'वाणी' कविराज , सुख-दुःख अपने सहने ।
रखें सभी से प्रेम , सुने समझदार बहनें ।।