वेकल प्यारे आप के, करते रहना चेक।
कितना धूंआ छोड़ते, कैसे दोनों बे्रक ।।
शब्दार्थ:- वेकल = वाहन, चेक = जांचना
भावार्थ:- ’वाणी’ कविराज कहते हैं कि हमारे पास जितने भी स्वचालित वाहन उपलब्ध हैं, हमें चाहिए कि हम उन्हें नियमित चैक कराते रहें । यांत्रिक त्रुटियों की तुरन्त मरम्मत करवानी चाहिए विशेष तौर पर ध्यान दें कि इण्डीकेटर की लाईटें कैसी है अति आवष्यक यह है कि गाड़ी के ब्रेक कैसे हैं, समय-समय पर इन सभी बातों का ध्यान रखने से गाड़ी कई वर्षाे तक अनतरत आपको वाहन सुख देगी ।