Doi Dhruv Gabrai / दोई ध्रुव घबराई , - Paryavaran Ke Dohe @ Kavi Amrit 'Wani' (PD31)


सी ओ टू केे नाम से, दोय ध्रुव घबराय।
आँसू इतने बह रहे, धरती डूबी जाय।।

शब्दार्थ:-   सी ओ टू  = कार्बनडाईआक्साइड, धरती डूबी जाय = समुद्र का जलस्तर बढ़ना ।

भावार्थ:-     ’वाणी’ कविराज कहते हैं कि कार्बनडाईआक्साइड का नाम इतना भयंकर है कि दोनों उत्तरी व दक्षिणी ध्रुव भी उनके प्रभाव से घबराते हैं । उक्त गैस की मात्रा बढ़ने का एक प्रमुख कुपरिणाम यह निकला कि प्रतिवर्ष वातावरण का तापमान बढ़ता ही जा रहा है। तापमान बढ़ने से धु्रवों की बर्फ इतनी पिघलती जा रही है कि समुद्रों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा और निकटवर्ती शहर जलमग्न होते जा रहे हैं। इस विश्वव्यापी संकट से झुझने के लिए शीघ्र ही हम सभी को एकजुट होना होगा।