गोबर उपयोगी बड़ा, गोबर गैस जलाय।
कमल नयन कहते सभी, चश्मा नहीं लगाय।।
शब्दार्थ:- कमल नयन = कमल जैसे नेत्रों वाले,
भावार्थ:- ’वाणी’ कविराज कहते हैं कि जिन घरों में मवेशी हो उनके लिए गोबर गेस सयंत्र बड़ा लाभदायक सिद्ध हो सकता हैं । इससे धुंआ नहीं होता है। गोबर से ही गैस उत्पन्न होती है अर्थात् अतिरिक्त खर्चा कुछ भी नहीं होता। इसमें सबसे बड़ा लाभ यही है कि बार-बार पैसा खर्च नहीं होता, जीवनपर्यन्त आंखें धुंए की वजह से खराब नहीं होती हैं जीवनभर सभी ’कमल नयन’ कह कर ही संबोधित करेंगे। नेत्रों को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होगी ऐनक से आप सदेव दूर रहेंगे ।