ओ निर्भीक जिज्ञासुओं बढ़ाओ जानकारी ।
प्रचार-प्रसार की निभाओ जिम्मेदारी |
भावार्थ
ज्ञान-पिपासु पाठकों एवं विद्यार्थियों को यह संदेश देना है कि आज के युग में संचार माध्यमों में विश्व व्यापी क्रांति आ चुकी है । रेडियो,टी ची इन्टरनेट, समाचार पन्न, सिनेमा, कार्यशाला पाठशाला कई प्रकार के संचार संसाधन उपलब्ध हैं, जिनसे नियमित रूप से जुड़कर आप चाहें जितनी जानकारी बढ़ा सकते हैं । समाज व राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को स्मरण करते हुए कुछ एड्स से सम्बन्धी जानकारी हासिल करना भी अब अति आवश्यक प्रतीत होता है ।
'वाणी' कविराज कहते हैं कि अर्जित ज्ञान को अपने तक ही सीमित नहीं रखें, जिम्मेदारी पूर्वक बड़ी निष्ठा व लगन के साथ अपने साथियों सहित समाज में मुक्त कंट से ज्ञानामृत बांटते हुए गौरव एवं आत्म संतुष्टि का अनुभव करें ।