आओ अटकलें लगाएं सारी ।
एड्स बन न पाए महामारी ।।
भावार्थ
आज एड्स विश्व में सर्वाधिक तेजी से बढ़ने वाला रोग है । प्रतिदिन सैकडो नहीं हजारों नए रोगी इसकी चपेट में आ रहे हैं । यदि हम सबने मिलकर इस ओर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया, आम जनता को सही एवम् आवश्यक जानकारियां नहीं दी
और समझदार होकर भी समाज और राष्ट्र के प्रति लापरवाह बने रहे तो वह दिन दूर नहीं होगा जिस दिन एड्स महामारी का रूप धारण कर लेगा । तब हमारे द्वारा किए गए छोटे-मोटे सारे प्रयास ऊंट के मुंह में जीरे की भाति प्रभावहीन हो जाएंगे ।
'वाणी' कविराज कहना चाहते हैं कि आओ, हम सच विचार गोष्ठी में चलें कार्यशालाएं आयोजित करें और सुरसा के मुंह की भांति बढ़ती हुई इस महामारी पर विजय पाने की सफल रणनीतियां बनाएं ।