जीवन को कुछ आसान कीजिए ।
मना करने की कला सीखिए ।।
भावार्थ
जीवन संघर्षों की अनन्त अंशाला है । गुद्धिमान एवं पर्यशाली व्यक्ति इसमें विजयी होते हैं । कई लोग महज इस वजह से परेशान रहते हैं कि उन्हें कोई ऐसा कार्य करने के लिए कह देते हैं जिन्हें ना तो वे पूर्ण कर सकते हैं और नाचे मना कर सकते हैं । इन्हीं अन्तईन्द्रों के कारण वे हर वक्त चिंतित दिखाई देते हैं ।
वाणी' कविराज यह कहना चाहते हैं कि यदि आपने मना करने की कला सीख ली, हंसते-हंसते अपनी अनिच्छा को जाहीर करने का हूनर सीख लिया तो कई समस्याएं आप तक पंहुचने से पूर्व ही हल हो जाएगी । यह बात बौद्धिक कौशलता साहस और आत्मविश्वास पर निर्भर करती हैं ।
प्रसंग चाहे धन-दौलत का हो चाहे तन-मन के सौदे का हो अगर जो चीज आपके गले नहीं उतरती तो उसे तुरन्त थूक कर बाहर फेंकते हुए फीलगुड अनुभव करे