Hoga Aids Usi ka Sathi - होगा एड्स उसी का साथी #Aids_Pe_Nare @ Kavi Amrit 'Wani (AD05)



होगा एड्स उसी का साथी । जीते-जी भूले जो जीवन साथी ।।

भावार्थ
एड्स होने के प्रमुख कारणों में से एक यह भी है कि अपने जीवन साथी के अतिरिक्त किसी अन्य से यौन संबंध स्थापित करना । असुरक्षित यौन सम्पर्को से इस रोग द्वारा संक्रमित होने की सर्वाधिक संभावनाए होती है । 'वाणी' कविराज कहते हैं कि जन्मों-जन्मों का साय निभाने वाले जीवन साथी को परदेस में भी सदैव मानसिक रूप से साथ रखना चाहिए । एवं उनके प्रति अनुराग, सत्य, निष्ठा एवं वफादारी में किसी प्रकार की कमी नहीं आनी चाहिए । एच आई वी. से बचाने का यह भी एक अचूक उपाय है, कि आप अपने जीवन साथी के प्रति जीवन भर पूर्ण निष्ठावान बने रहें ।