एड्स की दवा यह बड़ी असरदार ।
हो पति-पत्नी परस्पर वफादार ।।
भावार्थ
कभी-कभी देवालय की राय भी अचूक औषधी सिद्ध होती है । तो कहीं-कहीं लाखों रूपयों की दवाएं भी असर हो जाया करती है । एडस जैसी जानलेचा महामारी से मुक्ति पाने के लिए आज तक कोई शर्तिया इलाज या रामबाण दवा नहीं बन पाई है । निकट भविष्य में भी इसकी सम्भावनाएं नहीं लग रही है ।
चाणी' कविराज कहते हैं कि यदि आप यह जानना चाहते हैं कि क्या एक भी दवा ऐसी है जो पूर्णतः प्रभावी है तो वह यह कि पति-पत्नी परस्पर जीवन पर्यन्ता एक दूसरे के प्रति पूर्ण वफादार रहें । असुरक्षित एव अवैध यौन सर्पकों से सदैव दूर रहे । बस यही एक मात्र इसकी अचूक दवा है । इसे हासिल करने के लिए कुदरत ने समदृष्टि रअते सभी हुए इंसानों को बराबर का एक मौका दिया है ।