विश्व सैर सपाटा दिवस (19 th June)

 

विश्व  सैर सपाटा दिवस  (19 th June)

सैर सपाटा दिवस है, करो दूर की सैर ।
घर पर कह कर निकलना, कितनी लगती दैर ।।
कितनी लगती दैर, लगेगा कितना पैसा ।
कितने होय मुकाम, हम सफ़र होगा कैसा ।।
कह 'वाणी' कविराज , सोच समझ निकाल पैर ।
कभी न तू पछताय, करना जी ऐसी सैर ।।


कवि अमृत वाणी

अन्तरराष्ट्रीय पिकनिक दिवस 18th June


अन्तरराष्ट्रीय पिकनिक दिवस

सारे साथी सूरमाचले मिला कर हाथ ।

देशी बाटी चूरमाहिला-हिला कर दाल ।।

हिला-हिला कर दालनाचे गाएं सब संग ।

जंगल का आनंदतनिक पकौड़ी में भंग ।।

कह 'वाणीकविराजकुदरती वारे-न्यारे ।

रहें मनाते मौजयहां मिल-झुल कर सारे ।।

कवि अमृत ‘वाणी’

हल्दघाटी विजय दिवस 18th June




हल्दघाटी विजय दिवस

हल्दीघाटी नाम ने, रचा नया इतिहास ।

चेतक-रामप्रसाद पे, राणा को विश्वास ।।

राणा को विश्वास, आज़ाद रहा मेवाड़ ।

शाह किया गुणगान, राणा तो अटल पहाड़ ।।

कह 'वाणी' कविराज, चंदन हो गई माटी ।

पैदल-पैदल जाय, जग नमे हल्दीघाटी ।।

कवि अमृत ‘वाणी’




झांसी की रानी का पुण्य दिवस 18th June




झांसी की रानी का पुण्य दिवस

 

रानी बिगुल बजा गईशुरु आज़ादी जंग ।

लड़ी प्रथम वीरांगनातांत्या-नाना संग ।।

तांत्या-नाना संगबच्चा बांधा पीठ पे ।

नश्तर चुभता जायअंग्रेजों की दीठ में ।।

कह 'वाणीकविराजजागी लाखों जवानी ।

देश हुआ आज़ादअमर झांसी की रानी ।।

कवि अमृत ‘वाणी’

Blood Donor Day! 14th June




Blood Donor Day! 14th June

लेते-देते हम सभी, पैसा-कौड़ी जान ।

जान बचे जो जानिए, कहलाय रक्त दान ।।

कहलाय रक्त दान, नहीं किसी को नुकसान ।

बचगी जिनकी जान, उन आंखों के भगवान ।।

कह 'वाणी' कविराज, महादानी यह करते ।

लाख-लाख मनुहार, बदले में कुछ न लेते ।


कवि अमृत 'वाणी'

अंतर्राष्ट्रीय ऐल्बिनिज़म जागरूकता दिवस 13th June

 


कुछ दिखे कुछ दिखे नहीं, करे रोग बीमार ।

धवल नयन चमड़ी धवल, रोगी हुए हजार ।।

रोगी हुए हजार, मुश्किल उनका उपचार ।

रहते उनसे दूर, दूर-दूर दे समाचार ।।

कह 'वाणी' कविराज, अपना जान सोचो कुछ ।

जब नियमित हो जांच, तब होय अच्छा सब कुछ ।।

कवि अमृत 'वाणी'

विमान हादसा अहमदाबाद 12th June

 विमान हादसा अहमदाबाद 

12th June


पुर्जा-पुर्जा कामका, करता खुद पर नाज ।

पूछना इत्मिनान से, कैसा आज मिजाज ।।

कैसा आज मिजाज, पूछो उससे हर बार ।

बोल जिगर कुछ बोल, निभाना वही किरदार ।।

कह 'वाणी' कविराज, कल-कल करे कल-पुर्जा ।

तनिक करो न विलंब, तत्काल बदलो पुर्जा ।।


कवि अमृत वाणी

विश्व बाल श्रम निषेध दिवस 12th June

विश्व बाल श्रम निषेध दिवस
बाल गोपाल देख के, दे पैसे का लोभ । 
निर्दयता से काम ले, नहीं ज़हन में खौफ़ ।। 
नहीं ज़हन में खौफ़ , अत्याचारी सब दूर । 
आइ.एल.ओ. आय, किए नियम से मजबूर ।। 
कह 'वाणी' कविराज, जब लाखों हुए बहाल । 
मना रहें अब मौज, हजारों बाल गोपाल ।। 

 कवि अमृत 'वाणी'

विश्व नेत्र दान दिवस - 10th June



चश्मे वाली आंख ने,  लाखों देखी आंख।
हंसते-हंसते जो मिले, बहुत बढाई साख ।।
बहुत बढाई साख, आठ दस नाती पोते ।
कर-कर अपना काम, रोज जोड़े श्रीपोते ।।
कह 'वाणी' कविराज, रह गए कई करिश्मे ।
करो नेत्र का  दान, नज़ारे बदले चश्मे ।।
कवि अमृत 'वाणी'

विश्व मान्यता दिवस- 9th June



नया देश कोई  बने, जुड़े या अलग  होय  ।
संविधान अपना रचे, राज-काज सब होय  ।।

राज-काज सब होय, आइ.ए.एफ.  संज्ञान  ।
बिठा प्रेम से पास, आइ.एल.ए.सी.  मान  ।।

कह 'वाणी' कविराज, शेष विश्व दे आदेश  ।
भाईचारे के साथ, आता रहे नया देश  ।

 कवि अमृत 'वाणी'

विश्व ब्रेनटयूमर दिवस

  विश्व ब्रेनटयूमर दिवस

8th June


सबसे खास दिमाग है, रखना इसका ध्यान ।

लक्षण कुछ दिखने लगे, जांच करा श्रीमान ।।

जांच करा श्रीमान, उल्टी, मिर्गी, सिरदर्द ।

हाथ-पांव कमजोर, न्यूरो सर्जन हमदर्द ।।

कह 'वाणी' कविराज, पता लग जाए जबसे।

नियमित योग कपाल, रहे ताकतवर सबसे ।।


कवि अमृत 'वाणी'

राम लक्ष्मण द्वादशी



राम लक्ष्मण द्वादशी, आय निर्जला बाद । 
की दशरथ सुत कामना, दूर हुआ अवसाद ।। 
दूर हुआ अवसाद , चार की सुन किलकारी । 
हर्षित अवध नरेश , मन मन मुदित महतारी ।। 
कह 'वाणी' कविराज, मूल्यवान मान हर क्षण । 
होय वीर संतान, गोद में राम लक्ष्मण ।।

कवि अमृत 'वाणी'