30 June सेनापति सब देव के, कार्तिकेय कहलाय.............

     

 

 स्कंदमाता  (पंचम दिवस )
सेनापति सब देव  के, कार्तिकेय कहलाय  
ताड़कासुर के वध से, देव जगत हरषाय  ।।
देव जगत हरषाय, स्कंद माता शुभाशीष 
केले, केशर , खीर, पुत्र बन जनमे हरीश  ।।
कह 'वाणी ' कविराज, सच्चे भक्तों की प्रगति 

नित्य कमल के फूल,  शीघ्र बनाय सेनापति  ।।



विनायक चतुर्थी 29 June



विनायक चतुर्थी 
सारे संकट दूर हों, करो विनायक जाप ।
रिद्धि-सिद्धी जब साथ में, तनिक बचे ना पाप ।।
तनिक बचे ना पाप, सबसे पहले मनाओ ।
अरज करो कर जोड़, धंधा मेरा बढ़ाओ ।
कह 'वाणी' कविराज, खिलाओ लड्डू प्यारे ।
जपते रहें गणेश, हों बिगड़े काम सारे  ।।

 कवि अमृत 'वाणी'

कूष्मांडा देवी (चतुर्थ दिवस)

 (चतुर्थ दिवस)

कूष्मांडा देवी वहां, थोड़ी सी मुस्काय ।
 तब घटना ऐसी घटी, सृष्टि अखिल रचाय ।।
सृष्टि अखिल रचाय, मात अष्ट भुजाधारी ।
सब तेरा ही तेज, चमक रहें जीवधारी ।।
कह 'वाणी' कविराज, सिद्धि की महादेवी ।
अनहद चक्र चलाय, भजो कूष्मांडा देवी ।।
 कवि अमृत 'वाणी'




27 June गुप्त नव रात्रि (प्रथम दिवस)

गुप्त नव रात्रि (प्रथम दिवस) 

माला, श्वेताम्बर धरे, रहे कमंडल पास ।

जागृत कुंडलिनी करे, प्रिय भक्तों की खास ।।

प्रिय भक्तों की खास, तप संयम लक्ष्य दिलाय  ।

शक्कर मिश्री दान, देवी मनोबल बढ़ाय  ।।

कह 'वाणी' कविराज, दस दिशा ज्ञान उजाला  ।

ब्रह्मचारिणी कहायजपते रहो जी  माला  ।।

 


27 june जगन्नाथ रथ यात्रा

 

जगन्नाथ रथ यात्रा
जगन्नाथ यात्रा करे
,
बैठे रथ के माय ।
जगन्नाथ बलराम जी, सुभद्रा बीच सुहाय ।।
सुभद्रा बीच सुहाय, काष्ठ रथ न्यारे-न्यारे ।
लगे हजारों हाथ, जयघोष प्यारे-प्यारे ।।
कह 'वाणी' कविराज, संत समागम का साथ ।
द्वैताद्वैत दिखाय, जाते रहो जगन्नाथ ।।

 


26 june गुप्त नव रात्रि (प्रथम दिवस)

गुप्त नव रात्रि   (प्रथम दिवस)

काली पूजन कीजिए, प्रथम दिवस जब आय  ।

श्वेत कमल के भेंट से, मंद-मंद मुस्काय  ।।

मंद-मंद  मुस्काय,  करियो गुप्त साधना  ।

योगी मूलाधार पे, पूरण चंद्र उपासना  ।।

कह 'वाणी' कविराज, भजो भजन संग ताली  ।

शैल सुता आशीष, संकट मिटावे  काली  ।।




24 June रानी दुर्गावती की पुण्य तिथि

 रानी दुर्गावती की पुण्य तिथि

रानी इक दुर्गावती, थी दुर्गा अवतार 

रामायण आदर्श रख, पाठ जीवनाधार  ।।

पाठ जीवनाधार, शिशुता में शेर शिकार 

चेरी राम  कहाय, दलपत राजा भरतार  ।।

कह 'वाणी' कविरा, मुगल सब पानी-पानी 

सुत नारायण  वीर, गुंडवाना की रानी  ।।


 

मासिक कार्तिगाई 22 June



बात-बात की बात थी, कौन बड़ा कहलाय ।

दिखाने को महानता, शिव ज्योति रुप बनाय ।।

शिव ज्योति रुप बनाय, जाय ढूंढो आदि अंत ।

विधि हरि उड़-उड़ जाय, बुरे थके दोनों संत ।।

कह 'वाणी' कविराज, अन्नत आपकी बिसात ।

महिमा अपरंपार, हार गए हम यह बात ।।



 

सबसे लंबा दिन 21 June


सबसे लंबा दिन यही, सबसे छोटी रात । 
 दिन में दूना काम हो, रात अधूरी बात ।। 
 रात अधूरी बात, रहती सब देश-विदेश । 
 कर ऐसी शुरुआत, सकल योग संदेश ।। 
 कह 'वाणी' कविराज, सब कविगण कहे कबसे । 
 मोदीजी की बात, कहना यह बात सबसे ।।

विश्व योग दिवस (राजस्थानी कुंडली) 21 June







 कौड़ी- कौड़ी जोड़ के, कौड़ी करी करोड़ ।

फदक-फदक फूल्यो फरे, मांग्यो मरे मरोड़ ।।

मांग्यो मरे मरोड़, मूंछा नींबू ठेराय ।

चाल चाल में चाल, चाल चली थाणा माय ।।

कह 'वाणी' कविराज, पूंजी वेयगी रोड़ी ।

योग कला थूं सीख, तर जाय कौड़ी-कौड़ी ।।

कवि अमृत 'वाणी'

विश्व संगीत दिवस - 21 June


 

नाच गान कुछ सीख लो, आय बहुत  ही काम 

मीठे मीठे गीत से, होय जगत में नाम  ।।

होय जगत में नाम, सब कहेंगे तानसेन 

मिले खूब ईनाम, मिलता अपनों को चैन  ।।

कह 'वाणी' कविराज, जो रखे सामने काच 

अल्प काल सब सीख, कमाएगा नाच नाच  ।।

कवि अमृत 'वाणी'


माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मू जी को जन्म दिन की हार्दिक शुभकामना 20 th June


दिवस जान कर जन्म कालगा सभी को खास ।

कृपा करी करतार जोआप वतन के खास ।।

आप वतन के खासनारी वर्ग के गौरव ।

सर्वोच्च पदासीनहो कर्म योगी नीरव ।।

कह 'वाणीकविराजफैले विश्व गुरु का यश ।

बधाइयां स्वीकारमंगलकारी हो दिवस ।।

कवि अमृत 'वाणी'


 

विश्व शरणार्थी दिवस- 20 th June

 



पल-पल खतरे बढ़ रहेचलना सब कुछ छोड़ 

साथ लेय परिवार कोचलें मुल्क मुंह मोड़ ।।

चलें मुल्क मुंह मोड़न कोई लगते अपने 

चलो सुबह से शामफिर हो साकार सपने ।।

कह 'वाणीकविराजशरणदाता मिले सकल 

भाई जैसे मान,कला सिखलाई पल-पल ।।

कवि अमृत 'वाणी'

विश्व सैर सपाटा दिवस (19 th June)

 

विश्व  सैर सपाटा दिवस  (19 th June)

सैर सपाटा दिवस है, करो दूर की सैर ।
घर पर कह कर निकलना, कितनी लगती दैर ।।
कितनी लगती दैर, लगेगा कितना पैसा ।
कितने होय मुकाम, हम सफ़र होगा कैसा ।।
कह 'वाणी' कविराज , सोच समझ निकाल पैर ।
कभी न तू पछताय, करना जी ऐसी सैर ।।


कवि अमृत वाणी

अन्तरराष्ट्रीय पिकनिक दिवस 18th June


अन्तरराष्ट्रीय पिकनिक दिवस

सारे साथी सूरमाचले मिला कर हाथ ।

देशी बाटी चूरमाहिला-हिला कर दाल ।।

हिला-हिला कर दालनाचे गाएं सब संग ।

जंगल का आनंदतनिक पकौड़ी में भंग ।।

कह 'वाणीकविराजकुदरती वारे-न्यारे ।

रहें मनाते मौजयहां मिल-झुल कर सारे ।।

कवि अमृत ‘वाणी’

हल्दघाटी विजय दिवस 18th June




हल्दघाटी विजय दिवस

हल्दीघाटी नाम ने, रचा नया इतिहास ।

चेतक-रामप्रसाद पे, राणा को विश्वास ।।

राणा को विश्वास, आज़ाद रहा मेवाड़ ।

शाह किया गुणगान, राणा तो अटल पहाड़ ।।

कह 'वाणी' कविराज, चंदन हो गई माटी ।

पैदल-पैदल जाय, जग नमे हल्दीघाटी ।।

कवि अमृत ‘वाणी’




झांसी की रानी का पुण्य दिवस 18th June




झांसी की रानी का पुण्य दिवस

 

रानी बिगुल बजा गईशुरु आज़ादी जंग ।

लड़ी प्रथम वीरांगनातांत्या-नाना संग ।।

तांत्या-नाना संगबच्चा बांधा पीठ पे ।

नश्तर चुभता जायअंग्रेजों की दीठ में ।।

कह 'वाणीकविराजजागी लाखों जवानी ।

देश हुआ आज़ादअमर झांसी की रानी ।।

कवि अमृत ‘वाणी’

Blood Donor Day! 14th June




Blood Donor Day! 14th June

लेते-देते हम सभी, पैसा-कौड़ी जान ।

जान बचे जो जानिए, कहलाय रक्त दान ।।

कहलाय रक्त दान, नहीं किसी को नुकसान ।

बचगी जिनकी जान, उन आंखों के भगवान ।।

कह 'वाणी' कविराज, महादानी यह करते ।

लाख-लाख मनुहार, बदले में कुछ न लेते ।


कवि अमृत 'वाणी'

अंतर्राष्ट्रीय ऐल्बिनिज़म जागरूकता दिवस 13th June

 


कुछ दिखे कुछ दिखे नहीं, करे रोग बीमार ।

धवल नयन चमड़ी धवल, रोगी हुए हजार ।।

रोगी हुए हजार, मुश्किल उनका उपचार ।

रहते उनसे दूर, दूर-दूर दे समाचार ।।

कह 'वाणी' कविराज, अपना जान सोचो कुछ ।

जब नियमित हो जांच, तब होय अच्छा सब कुछ ।।

कवि अमृत 'वाणी'

विमान हादसा अहमदाबाद 12th June

 विमान हादसा अहमदाबाद 

12th June


पुर्जा-पुर्जा कामका, करता खुद पर नाज ।

पूछना इत्मिनान से, कैसा आज मिजाज ।।

कैसा आज मिजाज, पूछो उससे हर बार ।

बोल जिगर कुछ बोल, निभाना वही किरदार ।।

कह 'वाणी' कविराज, कल-कल करे कल-पुर्जा ।

तनिक करो न विलंब, तत्काल बदलो पुर्जा ।।


कवि अमृत वाणी

विश्व बाल श्रम निषेध दिवस 12th June

विश्व बाल श्रम निषेध दिवस
बाल गोपाल देख के, दे पैसे का लोभ । 
निर्दयता से काम ले, नहीं ज़हन में खौफ़ ।। 
नहीं ज़हन में खौफ़ , अत्याचारी सब दूर । 
आइ.एल.ओ. आय, किए नियम से मजबूर ।। 
कह 'वाणी' कविराज, जब लाखों हुए बहाल । 
मना रहें अब मौज, हजारों बाल गोपाल ।। 

 कवि अमृत 'वाणी'

विश्व नेत्र दान दिवस - 10th June



चश्मे वाली आंख ने,  लाखों देखी आंख।
हंसते-हंसते जो मिले, बहुत बढाई साख ।।
बहुत बढाई साख, आठ दस नाती पोते ।
कर-कर अपना काम, रोज जोड़े श्रीपोते ।।
कह 'वाणी' कविराज, रह गए कई करिश्मे ।
करो नेत्र का  दान, नज़ारे बदले चश्मे ।।
कवि अमृत 'वाणी'

विश्व मान्यता दिवस- 9th June



नया देश कोई  बने, जुड़े या अलग  होय  ।
संविधान अपना रचे, राज-काज सब होय  ।।

राज-काज सब होय, आइ.ए.एफ.  संज्ञान  ।
बिठा प्रेम से पास, आइ.एल.ए.सी.  मान  ।।

कह 'वाणी' कविराज, शेष विश्व दे आदेश  ।
भाईचारे के साथ, आता रहे नया देश  ।

 कवि अमृत 'वाणी'

विश्व ब्रेनटयूमर दिवस

  विश्व ब्रेनटयूमर दिवस

8th June


सबसे खास दिमाग है, रखना इसका ध्यान ।

लक्षण कुछ दिखने लगे, जांच करा श्रीमान ।।

जांच करा श्रीमान, उल्टी, मिर्गी, सिरदर्द ।

हाथ-पांव कमजोर, न्यूरो सर्जन हमदर्द ।।

कह 'वाणी' कविराज, पता लग जाए जबसे।

नियमित योग कपाल, रहे ताकतवर सबसे ।।


कवि अमृत 'वाणी'

राम लक्ष्मण द्वादशी



राम लक्ष्मण द्वादशी, आय निर्जला बाद । 
की दशरथ सुत कामना, दूर हुआ अवसाद ।। 
दूर हुआ अवसाद , चार की सुन किलकारी । 
हर्षित अवध नरेश , मन मन मुदित महतारी ।। 
कह 'वाणी' कविराज, मूल्यवान मान हर क्षण । 
होय वीर संतान, गोद में राम लक्ष्मण ।।

कवि अमृत 'वाणी'