विश्व गठिया दिवस


 जोड़-जोड़ में दर्द है , लगे दर्द असहाय  l

दिन-दिन सूजन यूं बढ़ी,  अब तो राम बचाय  ।।

अब तो राम बचाय , बड़ी बाधा मोटापा  ।

बैठी-बैठी खाय , पीड़ का राग अलापा  ।।

कह'वाणी'कविराज , तुम पहले सुस्ती छोड़  ।

करो नित्य व्यायाम , ठीक होंगे जोड़-जोड़  ।।