लाभ पंचमी आज है, पूज लक्ष्मी गणेश ।
दीपोत्सव पूरण हुआ, हर्षित देश-विदेश ।।
हर्षित देश-विदेश, खुशियों के पारावार ।
वे छलक-छलक जाय, कर-कर मीठी मनुहार ।।
कह 'वाणी' कविराज, बहियों में इंद्राज है ।
देते शुभ संदेश, लाभ पंचमी आज है ।।