विश्व उच्च रक्तचाप दिवस - 17 May 2025
हाई बीपी जानलो ,चिन्ता रोज सताय ।
टेंशन जाता ही नहीं ,खारा-खारा खाय ||
खारा-खारा खाय , बढ़ता जाय मोटापा |
लेन-देन में भूल,क्रोध में जब -जब आपा ||
कह ‘वाणी’ कविराज, मदीरा घातक भाई ।
किडनी लीवर हार्ट, होय जब बीपी हाई ||
-कवि अमृत वाणी (चित्तौड़गढ़)
परिवार
परिवार गजब औषधी, मिटाया सारे रोग |
संभल- संभल कर करे, जो इसका उपयोग ||
छोटी-मोटी बात को, छोटी करने जाय ।
एसी बलों के बीच में समाधान ह्या आम
अपने अपने जाँच ले, समय समय कर बात ।
कितने दिन को दिन कहे, कितने कहते रात ||
इधर उधर सब जा रहे, लेकर अपनी सोय ।
दल.भरमार आंसूआ रहे, लेकर पाँव खरोंच ||
बडे-बडे सब सोचले, छोटे कैसे होता |
हुने अकड बेघर में, थिएनथिए करने रोप ||
तन-मन कर तू हूँ चली, एन मोती छुट वाम |
सम्मिलित के हर मोरे में संयमाने आले ||
-कवि अमृत वाणी (चित्तौड़गढ़)
-कवि अमृत वाणी (चित्तौड़गढ़)
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