गीत :- एक मैं एक तुम मिलके हम हो गए ।
एक मैं एक तुम मिलके हम हो गए ।
अकेलेपन में ये मन कितने खो गए ।।
एक मैं एक तुम मिलके हम हो गए ।
आओ भूल जाएं हम उस अतीत को ।।
पल पल रुलानेवाले उन गीत को ।
चलेंगे हम चार कदम ले मन मीत को ।।
मिलके गुनगुनाएंगे नव संगीत को ।
इस तरहां मिलेंगे, लगे गम खो गए ।।
ना चाहत बंग्ले की, नैनो में वास हो ।
पूरे पूरक सा हमको अहसास हो ।।
अभावों में निखरे सद्भाव हमारे ।
तूफानों से कश्ती पहुंचे किनारे ।।
देखके रफ्तार कहे गए वो गए ।
अकेलेपन में ये मन कितने खो गए ।।
कवि अमृत 'वाणी'
चित्तौड़गढ़
चेतन प्रोडक्शन / Chetan Production
▶ Youtube: https://www.youtube.com/ChetanProduction
👤 Facebook Link: https://www.facebook.com/ChetanProduction
🌐 Web Site: http://chetanproduction.blogspot.com
💭 Telegram Channel: t.me/ChetanPro
📌 Pinterest: https://pinterest.com/amritwani8
💬 Whats App: https://wa.me/919414735075
🛍️ Online Store
https://www.chetanprakashan.com
Amazon: https://amz.run/3cTB
© All contents of this Video are protected by copyright By Chetan Prakashan / Chetan Production
🙏 Please Like, Share, Comment, & Subscribe our YouTube Channel