पेज
Home
मुख्यपृष्ठ
About Us
Store
Contact Us
पैसा
पैसा ऐसी धार है , बनती आंसू धार |
धार उधारी झेलते , डूब गए मंझधार ||
डूब गए मंझधार , गाते सब अपने गीत |
प्यारी प्यारी राग , सुने
नहीं
कोई मीत ||
कह 'वाणी' कविराज , हाल बिगड़ा है ऐसा |
पैसा मांगे लोग , हम मांगे पैसा - पैसा ||
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ